जय श्री राम 🙏🙏 मैं अजय सिंह क्षत्रिय गौ, प्रकृति, आध्यात्म आधारित व्यवस्था का पालन करूंगा एवं जितना संभव हो सके लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का प्रयास करूंगा। लेकिन आज बढ़ रहे गोवंश के प्रति क्रूरता एवं निर्दयता मानव जाति एवं समस्त चराचर जगत के विनाश का कारण बन सकता है। संभवतः इसका असर शुरू हो चुका है, आज इतना दौलत इकट्ठा करने के बावजूद भी ज्यादातर मानसिक एवं शारीरिक तनाव से ग्रसित है। प्रकृति एवं पर्यावरण में असंतुलन बना हुआ है। यह अत्यंत दयनीय व दुखदाई है। इसलिए
“क्षत्रिय गोधन”
भारतीय गोवंश, दूध, दही, घी, पंचगव्य, गोमय(गोवर) गोवर से बने उत्पाद, आध्यात्म, आयुर्वेद, प्रकृति, शिक्षा व्यवस्था, आर्थिक व्यवस्था इन सब विषय पर शोध पूर्ण जानकारी एवं इन समस्त जानकारी को जन जन तक पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे, ताकि हमारा शारीरिक, मानसिक व आर्थिक स्थिति प्रबल हो और हमारा परिवार, समाज, देश व समस्त विश्व विकार मुक्त एवं समृद्ध बन सके।”सर्वदेवमयी गौ मातरः सर्वभूतानां गावः सर्वशुखप्रदाः”अर्थात गाय माता के अंदर सभी देवी देवताओं (३३ कोटि या प्रकार) का निवास है। गाय पूरे विश्व की माता एवं सभी सुख समृद्धि प्रदान करने वाली है।”गौ रक्षन्ति रक्षितः”अर्थात यदि हम गाय की रक्षा करेंगे तो गाय हमारी रक्षा करेगी।आईए मिलकर गोवंश की सेवा करें तभी हमारी प्रकृति एवं जन-जन का कल्याण हो सकता है, धन्यवाद।वंदे गौ मात्रम, जय श्री राम, राधे राधे, हर हर महादेव ,भारत माता की जय।🙏🙏 व्यवस्थापक-क्षत्रिय गोधन।