नीम के फायदे।
हमारे वैदिक परंपरा में नीम के वृक्ष का एक उच्चतम महत्व है, हमारे यहां नीम को दिव्य वृक्ष भी कहा जाता है इसलिए नीम के वृक्ष की पूजा भी की जाती है। आईए नीम के कुछ अद्भुत फायदे को देखते हैं।
नीम का वृक्ष अधिक मात्रा में ऑक्सीजन उत्पन्न करता है जिससे पर्यावरण शुद्ध एवं शीतल बना रहता है।
नीम के अंदर एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल प्रॉपर्टी होता है जिसके वजह से इसके आसपास हानिकारक जीवाणु नहीं पनपते हैं।
इसके दातुन का उपयोग करने से हमारा दांत, स्वास्थ एवं पाचन तीनों सही रहता है।
चेचक जैसी गंभीर समस्या में कभी-कभी एलोपैथिक दवा कारगर साबित नहीं होता है तब यह नीम के पत्ते का सेवन असरदार एवं कारगर साबित होता है, इस प्रकार नीम एक घरेलू असरदार औषधि भी है।
आजकल विभिन्न कारणों से चर्म रोग की समस्या उत्पन्न हो जाता है इसमें भी नीम के तेल का प्रयोग करने से चर्म रोग से छुटकारा मिल जाता है और चर्म रोग पर होने वाले खर्चे से भी बचा जा सकता है। इस प्रकार यह भी नीम का एक अद्भुत फायदा है।
यदि इसके सूखे पत्ते को जलाया जाए तो इसमें मौजूद गुण के वजह से आसपास के किट मकोरे भी भाग जाते हैं, इसलिए पहले के समय में सूखे पत्ते से धुआं किया जाता था।
यदि नीम के गिरे हुए पत्तों को इकट्ठा करके गोवर के साथ मिलकर खाद बनाया जाए तो यह एक उच्चतम जैविक खाद के रूप में बनकर तैयार होगा, जो धरती के स्वास्थ्य को भी अच्छा करेगा एवं भोजन में पोषक तत्वों की वृद्धि भी होगी, इस प्रकार यह भी नीम का एक चमत्कारी फायदा है।
अतः नीम के दिव्य वृक्ष को अपने आंगन में एवं आसपास जरूर लगाए, जिससे सब को फायदा होगा।
वंदे गौ मात्ररम, जय श्री राम, राधे राधे, भारत माता की जय🙏🙏