Kshatriyagodhan

गिलोय के चमत्कारी फायदे।

गिलोय के चमत्कारी फायदे।

गिलोय प्राचीन काल से एक दिव्य औषधि माना जाता है, इसलिए इसे अमृता भी कहते हैं। अमृता अर्थात जो अनादि काल तक स्वस्थ जीवन देने की क्षमता रखता है। गिलोय को विभिन्न नाम से जानते हैं जैसे गिलोय, गिलोची, अमृता इत्यादि। इसे कुचने या मसलने पर चिकना चिपचिपा पदार्थ निकलता है।आईए गिलोय के कुछ चमत्कारी फायदे को देखते हैं।

  • गिलोय शरीर के अंदर जमा विषैला पदार्थ को निकालने में सक्षम होता है, यह खून को साफ करता है।
  • गिलोय प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है साथ ही साथ पाचन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करता है जिससे भोजन का पोषक तत्व शरीर के कोशिकाओं तक आसानी से पहुंच जाता है।

पीलिया जिसे जोंडिस भी बोलते हैं इस बीमारी में कई बार बुखार लगातार चढ़ता उतरता है यहां तक प्लेटलेट्स भी गिर जाता है, स्वास्थ्य लगातार गिरने लगता है इस विषम परिस्थिति में कई बड़ी एलोपैथिक दवा भी ढंग से काम नहीं करता है, इस स्थिति में यदि लगातार गिलोय का काढ़ा पिया जाए तो परिणाम में हम सुधार देख सकते हैं, और हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा हो जाता है। इस प्रकार गिलोय का यह एक चमत्कारी फायदा है।

एनीमिया इस बीमारी में खून की कमी होने लगती है परिणाम थकावट, चक्कर आना, कमजोरी महसूस करना, जी मचलना और शरीर का कमजोर होना इत्यादि। इसमें यदि हम गिलोय का सेवन करें तो हम अपने स्वास्थ्य में लगातार सुधार देख सकते हैं। और दवाइयों पर होने वाले मोटे खर्चों से भी बच सकते हैं, इस प्रकार गिलोय का यह भी एक अद्भुत फायदा है।

कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के वजह से कई लोगों को सीजनल एलर्जी हो जाता है जैसे की सर्दी, जुकाम, बुखार, शरीर में दर्द इत्यादि। इस स्थिति में भी यदि गिलोय के काढ़ा का सेवन किया जाए तो हम बिना किसी एलोपैथी दवा के स्वस्थ हो सकते हैं और हमारा प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत रहता है। यह भी गिलोय का एक गुणकारी फायदा है।

अर्थराइटिस इसमें जोरो में दर्द की समस्या बना रहता है इस समस्या में यदि अमृता चूर्ण को गाय के घी के साथ लिया जाए तो हम समस्या में सुधार देख सकते हैं यह भी अमृत का एक अच्छा फायदा है।

तेज बुखार एवं ज्वर के लिए गिलोय एक असरदार घरेलू औषधि है जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इस प्रकार हम गिलोय का उपयोग कर स्वस्थ रह सकते हैं एवं एलोपैथिक दवाइयां से होने वाले साइड इफेक्ट से बच सकते हैं।

आज इस आधुनिक समय में गलत खान-पान एवं आदतों की वजह से अक्सर लोगों को मधुमेह का शिकार होना पड़ता है, कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि बाहर से इंसुलिन तक लेना पड़ता है जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। यदि हम लगातार गिलोय का चूर्ण या रस का सेवन करते हैं तो मधुमेह भी नियंत्रित हो सकता है। इस प्रकार गिलोय मधुमेह को नियंत्रित करने का एक असरदार उपाय है ।

गिलोय को कहीं भी आसानी से लगाया जा सकता है इसलिए अमृता को लगाएं और अमृत तुल्य जीवन जिए धन्यवाद।

वंदे गौ मात्ररम, जय श्री राम, राधे राधे, भारत माता की जय 🙏🙏

गोवंश सेवक, क्षत्रिय का कर्तव्य है धर्म के मार्ग पर चलना एवं लोगों को इसके लिए प्रेरित करना।

Leave a Comment