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वृक्ष/पौधे प्रकृति एवं पर्यावरण के संचालक है।

आज इस तथाकथित आधुनिक समय में हर कोई अपने बालकनी में मनीप्लांट लगाना पसंद करता है लेकिन वाकई मनी प्लांट लगाने से घर में धन आने लगता है, यह एक अलग विषय है। लेकिन ज्यादातर घरों के आंगन में फलदार व छायादार वृक्ष नहीं लगे होते हैं। जबकि हरेक आंगन में इस प्रकार के वृक्ष लगे होने चहिए, क्योंकि यही प्रकृति को सुचारू रूप से चलने में सक्षम हैं सीधा कहे तो ‘वृक्ष प्रकृति के संचालक है’ आई समझते हैं कैसे 

जिस प्रकार से आज हर घर में बनावटी पेड़ पौधे लगे है वह क्या ऑक्सीजन देते हैं या छाया प्रदान करते हैं कुछ भी नहीं, फिर भी लोग फलदार एवं छायादार वृक्ष  को कटकर बनावटी पेड़ रखते हैं, इससे बड़ी मूर्खता क्या है इसका सीधा असर हमारे घर पर और हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है व पर्यावरण का सचालन बिगड़ता है।

 

बड़े-बड़े वृक्ष को काटकर कमरों को ठंडा रखने के लिए भारी भारी एसी लगाना, इसका सीधा दुष्प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है, आज के समय में पर्यावरण इतना गर्म हो चुका है इसका एक कारण बड़े-बड़े वृक्ष को कटना भी है। जिससे प्रकृति का सुचारू संचालन भी बिगड़ रहा है।

 

इस तरीके से फलदार एवं छायादार वृक्ष काटते रहे तो आने वाले समय में स्वादिष्ट एवं सेहतमंद फलों की कल्पना केवल सपने में करना पड़ेगा।

 

वृक्ष एवं पौधे केवल मनुष्य जाति के सुचारू संचालन के लिए ही नहीं है अपितु इससे पूरे ब्रह्मांड  के जीव जंतु एवं सभी का संचालन जुड़ा हुआ है। मनुष्य पेड़ पौधे काटकर कुछ समय के लिए कंक्रीट से बने मकान मे रह सकता है लेकिन अन्य प्राणी बिल्कुल नहीं।  

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आज ज्यादातर भूमि मरुस्थल में तब्दील हो चुका है फसल का पैदावार स्तर बिल्कुल  काम हो चुका है इसका भी कारण वृक्षों का अंधाधुन कटाई है, हर प्रकार के पेड़ पौधे को अपने-अपने स्तर पर पानी चाहिए होता है जो धरती के जल स्तर को बनाए रखने मैं मदद करते हैं।

 

कई जगह बाढ़ आने की समस्या भी अंधाधुन पेड़ो की कटाई के कारण ही होता है वृक्ष की जड़े मिट्टी को अच्छे से पकड़ कर रखता है जिससे बाढ़ का समस्या नहीं बनता है ,लेकिन मनुष्य सिर्फ अपनी स्वार्थ को देखते हए अंधाधुन कटाई करता जा रहा है, इसका दुष्प्रभाव पर्यावरण का संचालन बिगड़ रहा है।

 

          इसलिए वृक्ष एवं पेड़पौधे का संरक्षण करें ज्यादा से ज्यादा फलदार एवं छायादार वृक्ष लगाए वरना समस्त जाती खतरे में पड़ सकती है, पोस्ट को ज्यादा ज्यादा शेयर करें धन्यवाद। 

 

              वंदे गो मात्ररम ,जय श्री राम , राधे-राधे, भारत माता की जय।🙏🙏🙏

 

गोवंश सेवक, क्षत्रिय का कर्तव्य है धर्म के मार्ग पर चलना एवं लोगों को इसके लिए प्रेरित करना।

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