गोमाता का कच्चा दूध केवल इसलिए विशिष्ट नहीं है कि वह सारे पोषक तत्वों से संपूर्ण है। गोमाता के कच्चे दूध में सारे आवश्यक पोषक तत्वों का एक अद्भुत संयोजन है, जो एंजाइम, एंटीबॉडीज एवं मित्र कीटाणुओं के साथ शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा सात्विक और पोषक तत्व का अनोखा संयोजन किसी भी खाद्य पदार्थ में उपलब्ध नहीं हैं।
१) वैज्ञानिकों के अनुसार गोमाता का कच्चा दूध शरीर को पोषित करने की क्षमता में मां के दूध के बराबर होता है।
२) कच्चे दूध में बड़ी मात्रा में विटामिन और खनिज पदार्थ उपस्थित होते हैं, जैसे विटामिन ए, बी- कंपलेक्स, फास्फोरस, मैंगनीज जस्ता इत्यादि। पाश्चयूराइज करने से यह तत्व ३०%से१००% तक नष्ट हो जाते हैं। आज विटामिन-डी के अभाव की बड़ी समस्या है, जिसमें कच्चा दूध अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
३) कच्चे दूध में लाभकारी फैटी एसिड होते हैं, जो पाचन, हृदय, हार्मोनल एवं दिमाग संबंधी कार्यों को सशक्त बनाते हैं।
४) कच्चे दूध में बहुत तरह के लाभकारी एंजाइम होते हैं जैसे प्रोटीएज जो प्रोटीन को पचाने में मदद करता है, लायपेज जो चर्बी को कम करने में मदद करता है, एल्केलाइन फोस्फेटेज जो शरीर में सूजन कम करता है हृदय की बीमारी एवं डायबिटीज की संभावना कम करता है।
५) कच्चे दूध में बड़ी मात्रा में सहजीवी और मित्रजीवाणु होते हैं जो पाचन क्रिया को सशक्त करने में, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।
६) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेमें वैज्ञानिक रूप से कच्चा दूध अत्यंत असर कारक सिद्ध हुआ है।
कच्चा दूध केवल ताजा एवं स्वस्थ गोमाता का ही होना चाहिए। इस प्रकार पूजनीय वंदनीय गोमता का स्वाभिमान पूर्वक सेवा करें और स्वस्थ रहें ।पोस्ट को ज्यादा ज्यादा शेयर करें ।
वंदे गोमात्रम, जय श्री राम, राधे-राधे भारत माता कि जय ।
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